Heart attack symptoms and remedies ! हार्ट अटैक के लक्षण और उपाय!

भविष्य में आपको हार्ट अटैक न हो, इसके लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज करना जरूरी है। कई अध्ययनों से यह पता चला है कि एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक की समस्या से छुटकारा मिलने के साथ ही तनाव भी दूर होता है। 

हार्ट अटैक बिन बुलाए कभी भी आ सकता है। और एक बार हार्ट अटैक आ गया, तो सेहत के प्रति लापरवाही बरतनी ठीक नहीं। कई लोग होते हैं, जिन्हें हार्ट अटैक आने का डर सताता (हार्ट अटैक स्केयर) रहता है। इस दौरान आप वे ही लक्षण महसूस कर सकते हैं, जो वास्तव में हार्ट अटैक आने पर एक व्यकि्त महसूस करता है। इन लक्षणों में शामिल है, सीने में दर्द, शरीर के बाएं भाग का सुन्न होना, बेहोशी, सांस लेने में तकलीफ आदि

खास बातें

  • * लोग हार्ट अटैक से बचने के आयुर्वेदिक उपाय भी तलाशते हैं.
  • * आपको बताते हैं हार्ट अटैक से बचने के उपाय.
  • * सबसे पहले समझ लेते हैं क‍ि क्या हो सकते हैं हार्ट अटैक के कारण.
Heart Attack Causes And Prevention: हार्ट अटैक की उम्र नहीं होती. यह समस्या ज‍िस तरह बड़ी होती जा रही है उसे देखें तो कई मामले 30 साल की उम्र में भी देखने को मि‍ले. क्योंक‍ि आजकल हार्ट अटैक (Heart Attack) बहुत ही कॉमन सा हो गया है. कई मामलों में सोते समय हार्ट अटैक के केस भी देखे गए. ऐसे में यह जानना जरूरी है क‍ि यह पता हो क‍ि हार्ट अटैक आने पर क्या करें(Heart Attack First Aid). हार्ट अटैक के बाद सबसे पहला कदम क्या उठाया जाए. इसके लिए यह हार्ट अटैक के लक्षण (Heart Attack Symptom) समझ पाना जरूरी है. महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण के बारे में खूब सवाल पूछे जाते हैं. अक्सर लोग हार्ट अटैक से बचने के आयुर्वेदिक उपाय (Heart Attack Prevention) भी तलाशते हैं. तो चल‍िए आपको बताते हैं हार्ट अटैक से बचने के उपाय. सबसे पहले समझ लेते हैं क‍ि क्या हो सकते हैं हार्ट अटैक के कारण (Hear Attack Causes) और इससे बचने के उपाय-                                                   1. स्ट्रेस और तनाव न लें. कम उम्र में सामने आने वाले ज्यादातर हार्ट अटैक के मामलों में वजह तनाव को बताया जाता है. तनाव द‍िल पर कई तरह से प्रभाव डालता है. यह दिल की धडकनों और कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है. आप तनाव से दूर रहने के ल‍िए ध्यान या मेड‍िटेशन कर सकते हैं. योगा या एक्सरसाइज से भी तनाव या स्ट्रेस को द‍ूर क‍िया जा सकता है.                    2. हार्ट अटैक को लाइफस्टाइल की देन भी कहा जा सकता है. क्योंकि एक सक्रिय जीवनशैली को अपनाकर आप इससे काफी हद तक बचे रह सकते हैं.                 3. मोटापा या बढ़ा हुआ वजन आपके दिल के ल‍िए खतरनाक है. इसल‍िए अपने वजन को नि‍यंत्रण में रखें. बढ़ा हुआ वजन या मोटापा  हाई कोलेस्ट्रॉल की संभावना को बढ़ाता है, जिससे मधुमेह, धमनी रोग का खतरा और रक्तचाप हो सकता है. बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) पर भी नजर रखें और इसे उचित स्तर तक बनाए रखें.                                                         4. हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज भी हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं. हाई बीपी यानी बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर नसों को प्रभावित करती है. इसका सीधा असर दिल पर पड़ता है. उच्च रक्तचाप यानी हाई बीपी आर्टरीज पर भी असर डालती है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है.

हार्ट अटैक से बचने के लिए कैसा हो खान-पान            1. उतना ही खाएं ज‍ितना क‍ि शरीर की जरूरत है. मैदा वगैरह न खाएं. आहार में सब्जियां और फलों की मात्रा बढ़ाएं.                                                                     2. कोश‍िश करें क‍ि आप घर का बना खाना खाएं, जो पोषण से भरपूर हो. इसमें भी इस बात का ध्यान रखें क‍ि आप खुद सब्जी, मसाले, चिकनाई और पकाने की विधि का चयन सही करें. खाने को स्वादिष्ट बनाने के फेर में उसमें मसाले और तेल न भरें. नमक और चीनी जैसे हानिकारक तत्वों की मात्रा कम कर सकते हैं.    3. साबूत दालें-अनाज, सब्जियां जैसे गाजर, टमाटर आदि में ना घुलने वाला फाइबर होता है. दलिया, सेम, लोभिया सूखे मेवे और फल जैसे सेब, नींबू, नाशपाती, अनानास आदि में घुलनशील फाइबर होते हैं.     

Heart attack symptoms and remedies ! हार्ट अटैक के लक्षण और उपाय! Heart attack symptoms and remedies ! हार्ट अटैक के लक्षण और उपाय! Reviewed by Aditya Kulshreshtha on March 01, 2020 Rating: 5

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